Holi Essay In Hindi - हेलो दोस्तों आपका StudyDev में स्वागत है। आपको पता है कि हमारा भारत त्योहारों का देश माना जाता है। इसमें हर महीने कोई न कोई त्योहार ज़रूर आता है। आज हम आपको एक ऐसे त्योहार जिसे हम रंगों का त्योहार कहते है यानिकि होली (Holi) के बारे में बताने वाले है।
हम आपको इस निबंध में होली त्योहार की सारी आपको बताने वाले है जैसे कि होली क्या है, इसे क्यों मनाया जाता है, इसका ऐतहास क्या है, इस दिन लोग क्या खाते है, और किस राज्य की होली सबसे ज्यादा प्रचलित है। तो अगर Holi Essay In Hindi को विस्तार से जानना चाहते हो तो आप इस पोस्ट के बने रहे। आपको होली की सारी जनकारी मिलेगी।
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होली पर निबंध - Holi Essay In Hindi
होली क्या है - आपको बतादें कि होली को रंगों का त्योहार कहा जाता है। इसको हर साल मार्च महीने में मनाया जाता है। होली हिंदुओ का सबसे बड़ा त्यौहार है। होली को रंग बिरंगे रंगों का दिन इस लिए कहा जाता है क्यों इस त्योहार को सभी धर्म और जात के लोग बड़ी ही धूम धाम से मनाते है। इस दिन लोग अपने सभी पुराने गिले सिकवे को भूल कर एक दूसरे को गुलाल लगाते है। इससे उनके बीच भाईचारक साँझ बढ़ती है और वह ख़ुशी ख़ुशी इस दिन को मनाते है। इस दिन को सभी उम्र के आदमी, बच्चे और नौजवान खेलते है। होली को रंगो का त्यौहार कहते है होली से एक दिन पहले होलिका का दहन किया जाता है। इसके पीछे एक पुरानी कहानी है इसके बारे में आपको आगे जानकारी मिलने वाली है।
होली कब मनाई जाती है - होली को मार्च महीने के आखरी सप्ताह में मनाया जाता है। इस समय बसंत ऋतु खत्म होने की कगार होती है। इस समय सर्दी का प्रकोप भी कम होने लगता है। इस लिए होली के समय लोग रंगों और पानी नहीं डरते क्योंकि उनको पता होता है कि अब गर्मी का मौसम आ गया है। इस वक़्त फसलें भी पकने की कगार पर होती है। लोग ख़ुशी में इस दिन को बड़े ही सिदत से मनाते है। होली को "बसंत का यौवन" भी कहा जाता है।
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Holi Essay In Hindi |
होली के पीछे की कहानी क्या है - अगर बात होली के पीछे की कहानी के बारे में तो यह बहुत ही पुरानी दसतान है। कहते है पिछले समय में एक हिरणकश्यप नाम का एक राक्षस हुआ करता था ,जीका एक बेटा था जिसका नाम प्रहलाद भक्त था, वह भगवान को बहुत मानता था। हिरणकश्यप की एक बहन भी थी, जिसका नाम होलिका था। उसको वरदान था कि उसे आग जला नहीं सकती। वह आग में कुछ भी कर सकती है।
हिरणकश्यप परमात्मा को नहीं मानते थे इसलिए वह हमेशा प्रहलाद को भगवान को न मानने को कहते थे। लेकिन प्रहलाद ने उनकी एक भी बात नहीं सुनी और अपनी भक्ति में लीन रहते।इस लिए
हिरणकश्यप ने प्रहलाद को मारने के काफी यतन किये लेकिन वह हर बार असफल हो जाता था। वह प्रहलाद की विष्णु भक्ति को किसी न किसी तरीके से रोकना चाहता था।
इस लिए जब हिरणकश्यप बार बार असफल हो रहा था तो उसने अपनी बहन होलिका से मदद मांगी और उसकी बहिन ने उसे हाँ कर दी। आपको पता होगा कि होलिका को आग में न जलने का वरदान था। सी लिए वह अपने भतीजे प्रहलाद को अपनी गोद में लेकर आग में बैठ गई। इसमें होलिका जल गई और प्रहलाद भकत बच गया। इस तरह "बुराई के ऊपर अच्छाई की जीत होती है"। भले ही होलिका को आग में न जलने का वरदान प्राप्त था ,लेकिन भगवान के आगे कुछ भी नहीं चलता। इसी कारण होली के दिन होलिका का दहन होता है। तो हमने आपको Holi Essay In Hindi में होली के ऐतहास की सारी जानकारी दे दी है।
हम होली पर रंग क्यों फेंकते हैं - आपको यह तो पता होगा कि होली को रंगों का पर्व कहा जाता है। इस दिन बिना किसी भेदभाव के एक दूसरे पर रंग को फेंकते है और कोई भी इस रंग का गुस्सा नहीं करता है। होली पर रंग फेंकने की रस्म बहुत ही पुराणी है। इसका सबंध श्री कृष्णा और राधा की प्रेम कहानी के साथ जोड़ा जाता है।
आपको पता होगा कि कि श्री कृष्ण गहरे नीले रंग की त्वचा वाले थे और राधा की त्वचा का रंग गोरा था। इस लिए विष्णु अवतार श्री कृष्ण ने अपनी माँ से राधे के उचित रंग के बारे में शिकायत की थी। इसी तरह माँ ने अपने बेटे की उदासी को कम करने के लिए राधा की त्वचा का रंग को पेंट से सूँघकर बताया। इसी तरह इसके बाद रंगों का प्रचलन शुरू हुआ और आज हम लोग रंग बिरंगे रंगों के साथ पानी वाले रंगों का भी इस्तेमाल करते है।
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Holi Essay In Hindi |
हम होली कैसे मनाते हैं - आज हम आपको Holi Essay In Hindi में यह बताएँगे की होली को किस तरह से मनाया जाता है। होली को सभी उम्र के लोग बड़े ही उत्साह से मनाते है। इसमें उम्र का कोई ज्यादा रोल नहीं होता। बच्चे अपने से बड़ो को गुलाल लगाकर उनसे आर्शीवाद लेते है। इस दिन सभी लोग वह चाहें अमीर हो या फिर ग़रीब हो सभी इस दिन को बड़े ही उल्लास के साथ मिलकर मनाते है।
होली के दिन लोग खूब मस्ती करते है इसका एक कारण भांग और ठंडाई भी है। लोग होली पर इन चीज़ों का ज्यादा इस्तेमाल करते है। घर की सभी औरतें सभी तरह के पकवान को बनाकर दोपहर को होली का आनंद लेती है। वही बच्चे इस दिन सुबह से ही होली को खेलने अपने दोस्तों के साथ मैदान में चले जाते है। इसी तरह हम होली को मनाते है।
होली पर क्या खाते हैं - आपको होली निबंध में यह जानकारी मिलने वाली है कि हम होली पर क्या कहते है इसकी जगह आप यह लिख सकते है कि आप होली पर क्या क्या खाते है। होली पर जो ज्यादातर खाने वाली चीज़ों का उपयोग होता है वह इस तरह है जैसे :-
- ठंडाई - आपको पता होगा कि होली के दिन लोग ज्यादा ठंडाई का सेवन करते है। यह पुराने समय से ही बहुत प्रचलित पकवान में से एक है।
- दही भल्ले - दही भल्ले तो आपने कभी न कभी तो जरूर खाये होंगे। यह दही और मसालों से तैयार होते है।
- पूरन पोली - लोग ज्यादातर पूरन पोली को भी खाते है, यह चना दाल और चीनी से बनता है। इसका लाज़वाब सवाद आपको कभी नहीं भूलेगा।
- रसमलाई - बिना रसमलाई के कोई भी भारतीय त्योहार अधूरा है। होली भी उन सारे त्योहारों में से एक है। इस दिन आपको रसमलाई अवश्य करना चाहिए।
- बादाम फिरनी - यह भी होली के दिन खायी जाने वाली एक स्वादिष्ट मिठाई है।
- नारियल दूध मुरुक्कू - यह वयंजन सबसे अलग है इसको नारियल का दूध, चावल के आटे और उड़द की दाल के आटे से यह वयंजन 30-40 मिनट में इसे बनाया जा सकता है। आप इस भोजन को होली पर जरूर बनाये।
- भांग पकोड़ा - भांग होली की सबसे पुराणी वयंजन है। आप होली पर भांग पकोड़ा को शामिल करके एक स्पेशल खाना बना सकते हो। बेसन,प्याज, मसाले और भांग जैसी चीजों का प्रयोग करके इसे 20 मिनट में तैयार किया है।
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होली पर निबंध हिंदी भाषा में |
होली पर क्या पहनना चाहिए - अगर आपको नहीं पता है कि आप होली पर कौन से कपड़े पहने जिससे आपको होली खेलने में कोई भी परेशानी न हो तो आप Holi Essay In Hindi में बताई गयी सभी बातों को धयान से फॉलो करें।
जैसे कि आपको पता होगा कि होली को रंगों का त्योहार कहा जाता है। इस दिन लोग बिने यह देखे हुए कि अपने क्या कपड़े पहने वह आपको रंग लगा देते है। ऐसे में आप लोग ऐसे वस्त्र धारण करे जिससे आपको कोई भी परेशानी न हो। आप होली के दिन सस्ते सफ़ेद कपड़े पहने,आपको पता है कि आपके कपडे पूरी तरह से रंग के कारण बर्बाद हो जायेगे इस लिए आप फैंसी सफ़ेद कपड़े न पहने।
आपको एक ऐसी टी-शर्ट, पैंट और एक लंबी पोशाक की आवश्यकता होती है। जिसे आप रोजाना या कभी -कभी घर पर पहनते हो। आपको बिलकुल नए कपड़े पहनने की ज़रूरत नहीं है।
आपको पता होगा कि होली वाले वस्त्रों से रंग के दाग़ नहीं निकलते, इसलिए आप ऐसे कपड़े पहने जिसे दिन के अंत के बाद आसानी से धो सको। जो हम वस्त्र पहनते है पहले की तरह सफ़ेद नहीं होते। इस लिए आपको इसमें सावधानी की आवश्यकता है।
पंजाब में होली किसे कहते हैं - आपको पता होगा कि पंजाब राज्य भारत का मुख्य प्रदेश है। अगर बात करें देश की आजादी की तो इसमें भी सबसे बड़ा योगदान पंजाब का ही रहा है। पंजाब में होली को होला मोहल्ला के नाम से जानते है। होली के अगले दिन पंजाब में होला मोहल्ला मनाया जाता है।
पंजाब के श्री आनंदपुर साहिब में होला मोहल्ला मनाया जाता है। यहाँ का होला मोहल्ला बहुत ही प्रसिद्ध है। पंजाब में होला मोहल्ला मानाने का कारण सिख योद्धाओं को याद करते हुए इसे सभी पंजाब निवासी बड़ी धूम धाम से मनाते है।
किन राज्यों में मनाई जाती है होली - भारत कई राज्यों का देश है, भारत के सभी राज्यों के त्योहार भी अलग तरह से मनाये जाते है। आपको हमारे इस Holi Essay In Hindi में इंडिया के राज्यों की होली और उनके नाम को बताया जायेगा। भारत के 9 राज्यों में होली को अलग अलग तरीको से मनाया जाता है जो इस तरह है।
- रंग पंचमी - महाराष्ट्र (Maharashtra)
- लठमार होली - उत्तरप्रदेश (Uttarpardesh)
- होला मोहल्ला - पंजाब (Punjab)
- शिग्मो - गोवा (Goa)
- रॉयल होली - उदयपुर (Udaipur)
- कुमाऊंनी होली - उत्तराखंड (Uttarakhand)
- मंजल कुलि - केरला (Kerala)
- डोल पूर्णिमा होली - बंगाल और उड़ीसा (Bengal & Udisha)
- मणिपुर की होली (Manipur Holi)
- मथुरा और वृन्दावन की होली (Mathura & Virandhwan)
- गुजरात की मटकी फोड़ होली (Gujrat Holi)
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Holi Essay In Hindi |
होली किस शहर में प्रसिद्ध है- आपको होली फेस्टिवल की इतनी जानकारी तो होनी चाहिए कि किस शहर और राज्य की होली ज्यादा प्रसिद्ध मानी जाती है, अगर आपको नहीं पता है कि होली किस राज्य की मशहूर है तो आप होली पर निबंध में यह बात को जान जाओगे।
उत्तरप्रदेश राज्य के दो शहर मथुरा और वृन्दावन होली के लिए बहुत ही प्रसिद्ध माने जाते है। मथुरा वह पवित्र जगह है, यहाँ पर श्री कृष्ण का जन्म हुआ हैं।और वृन्दावन में उन्होने अपना बचपन गुजारा है। मथुरा में जिस स्थान उनका जन्म हुआ था, मथुरा के एक मंदिर में होली से एक हफ्ता पहले एक विशेष प्रोग्राम का आयोजन किया जाता है।
होली का दूसरा नाम क्या है - होली के बहुत सारे नाम है जिनको लोग अपने राज्य और स्थान के अनुसार बुलाते है। आपको Holi Essay In Hindi में होली फेस्टिवल के अलग-अलग दूसरे नामो के बारे में पता चलेगा।
- हरियाणा में होली को दुलहंडी (Dulhandi) कहते है।
- वेस्ट बंगाल यानि पच्छिम बंगाल में होली को स्प्रिंग फेस्टिवल (बसंत उत्सव ) कहते है।
- बिहार में होली फेस्टिवल को फगुवा (Phaguwa) के नाम से बुलाते है।
- उत्तराखंड में होली को कहिला होली (Kahila Holi) के नाम से जानते है।
- होली को मणिपुर में याओसांग (Yaosang) कहते है।
- बंगाल में होली फेस्टिवल को दोल यात्रा (Dol Yatra) के नाम से बुलाते है।
- आसाम में रंगों के त्योहार होली को फाकुवाह (Phakuwah).
अंतिम शब्द :
तो दोस्तों हम अपने निबंध को यही पर समापत करते है। आज हमने आपको Holi Essay In Hindi में होली क्या होती है, होली को कैसे मनाते है, होली को पंजाब में क्या कहते है, होली फेस्टिवल को और कौनसे नाम से जानते है, किस राज्य की होली ज्यादा प्रचलित है इसके इलावा हमने आपको Holi Essay In Hindi में आपके बहुत सारे सवालों के जवाब दिए है। अगर आपको होली पर निबंध जो के हिंदी में लिखा गया अगर आपको Holi Essay In english में चाहिए तो आप हमें कमेंट कर सकते हो।
अगर आपको हमारा यह Holi Essay हिंदी भाषा में पसंद आया है तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर अवश्य करें।
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